अहोई अष्टमी पुनर्वसु नक्षत्र के दुर्लभ संयोग में 17 अक्टूबर को

अहोई अष्टमी पुनर्वसु नक्षत्र के दुर्लभ संयोग में 17 अक्टूबर को

 संतान की लंबी आयु के लिए महिलाएं रहेंगी व्रत

अलीगढ़ न्यूज़: अवस्थी ज्योतिष संस्थान के प्रमुख आचार्य आदित्य नारायण अवस्थी ने बताया कि अहोई अष्टमी का व्रत कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखते हैं। इस साल अहोई अष्टमी व्रत 17 अक्टूबर दिन सोमवार को है। अहोई अष्टमी पर सर्वार्थ सिद्धि योग, शिव और सिद्ध योग बन रहे हैं। अहोई अष्टमी का व्रत माताएं अपनी संतान की सुरक्षा आयु वृद्धि, उत्तम स्वास्थ्य और सुखी जीवन के लिए रखती हैं।

अहोई अष्टमी पर तीन शुभ योग बन रहे हैं, जिससे यह व्रत और भी शुभता प्रदान करने वाला हो गया है. अहोई अष्टमी पर सर्वार्थ सिद्धि योग, शिव और सिद्ध योग बन रहे हैं. ये तीनों ही योग शुभ और मांगलिक कार्यों के लिए अच्छे माने जाते हैं।

आचार्य जी ने बताया कि 17 अक्टूबर 2022 सोमवार को अष्टमी तिथि प्रातः 9 बजकर 29 मिनट से प्रारंभ हो जायेगी और 18 अक्टूबर मंगलवार को प्रातः 11 बजकर 57 मिनट तक अष्टमी तिथि रहेगी। 18 अक्टूबर को प्रातः अरुणोदय काल की अष्टमी में पुत्र की इच्छा रखने वाले पति पत्नी गोवर्धन स्थित श्री राधा कुंड में स्नान करेंगे। अहोई अष्टमी के दिन कुल पुरोहित को पेठा दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।

Vplnews

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